
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 1500 कोरोना के नए केस सामने आए, जबकि कुल सक्रिय केसों की संख्या 28000 रह गई है| प्रदेश का रिकवरी रेट 97.1 फीसदी पहुंच गया है| यूपी में सीएम योगी का ‘ट्रिपल टी फार्मूला’ सफल रहा है| मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्रिप्पल टी फॉर्मूले से जहां उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में काफी हद तक काबू पाया जा चुका है, वहीं मंगलवार को 3.32 लाख टेस्ट के साथ यूपी 5 करोड़ से ज्यादा टेस्ट करने वाला पहला राज्य बन गया| प्रदेश का रिकवरी रेट 97.1 फीसदी पहुंच गया है| पहले कहा जा रहा था कि प्रदेश में 30 लाख सक्रिय केस होंगे, लेकिन 30,000 से भी कम एक्टिव केस बचे हैं|
- अगर बात 2020 में उत्तर प्रदेश की अनुमानित जनसंख्या के हिसाब से करें तो 2020 में उत्तर प्रदेश की जनसँख्या 23 करोड़ 15 लाख 2 हज़ार 5 सौ 78 थी, जिसमें से 5 करोड़ लोगों का वक्सीनशन कर दिया गया है, इस हिसाब से उत्तर प्रदेश में 4.63% टीकाकरण हुआ।
- वहीँ 2020 में महाराष्ट्र की अनुमानित जनसंख्या 12 करोड़ 49 लाख 4 हज़ार 71 थी, जिसमें से 3 करोड़ 50 लाख का ही टीकाकरण किया गया, यानी 3.56%ही टीकाकरण किया गया है।
- 2020 में कर्नाटक की अनुमानित जनसंख्या 6 करोड़ 95 लाख 99 हज़ार 762 थी, और यहाँ पर 3 करोड़ लोगों को ही वैक्सीन लगी है, जोकि 2.31%होता है।
- 2020 में तमिलनाडु की अनुमानित जनसंख्या 8 करोड़ 36 लाख 97 हज़ार 770 थी, और यहाँ 2.8 करोड़ लोगों का वक्सीनशन किया गया है, जोकि 2.98% होता है
- इसी तरह 2020 में दिल्ली की अनुमानित जनसंख्या 1 करोड़ 93 लाख 1 हज़ार 96 थी और यहाँ टीकाकरण हुआ 1.9 करोड़, यानि 1.01%, इस तरह उत्तर प्रदेश में अन्य प्रदेशों की तुलना में कहीं ज़्यादा टीकाकरण किया है, जिससे ये कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्त्व में उत्तर प्रदेश 5 करोड़ से ज्यादा कोरोना टेस्ट करने वाला पहला राज्य बन गया है।
वही कोरोना की तीसरी लहर से पहले बच्चों के लिए यूपी सरकार की ओर से विशेष कदम उठाए जा रहे हैं| यूपी के वैक्सीनेशन सेंटर्स पर उन अभिभावकों के लिए अलग व्यवस्था की जा रही है , जिनके बच्चे 12 साल से कम उम्र के हैं| हर जनपद में कम से कम 2 ऐसे केंद्र बनाए गए हैं जहां ऐसे लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है|