
प्रयागराज के रेलवे स्टेशन पर कोरोना की हो रही है जांच
प्रयागराज। देश के दूसरे हिस्साें की तरह जिले में भी कोरोना ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। रेलवे स्टेशन पर मुंबई से लौटे दो संक्रमितों सहित जिले में कुल 296 नए मरीज सामने आए हैं। वहीं 8 लोग संक्रमण से मुक्त भी हुए हैं। इसके अलावा 6855 लोगों का वैक्सीनेशन किया गया है। डॉ. अंकिता शुक्ला ने बताया कि जिले में कोरोना एक बार फिर बढ़ने लगा है। मुंबई, दिल्ली ,पुणे,अहमदाबाद से लौट रहे लोगों की वजह से खतरा यहां भी गहरा गया है। स्टेशन पर हुई जांच में मुंबई से लौटे दो लोग संक्रमित मिले हैं, जबकि 296 लोगों की कोरोना जांच में उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक शनिवार को कुल 6855 लोगों की कोरोना की जांच हुई।नए मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बैठक कर जांच अभियान को और तेज करने का निर्णय लिया है। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर जांच के लिए टीमें बढ़ाकर ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराने को कहा गया है। डॉ ने कहा कि लोगों को विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। सभी मास्क जरूर लगाएं।
उत्तर मध्य रेलवे ने वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इसके तहत प्रयागराज स्थित केंद्रीय रेल चिकित्सालय को अपग्रेड किया जा रहा है। कोरोना रोगियो का परीक्षण और इलाज भी शुरू कर दिया गया है जबकि केंद्रीय रेलवे अस्पताल प्रयागराज में डाक्टरों और पैरा मेडिकल्स की संख्या में वृद्धि के साथ कोविड केयर सुविधा को लेवल-1 से लेवल-2 में अपग्रेड किया जा रहा है।केंद्रीय चिकित्सालय में कोविड एंटीजन और आरटी-पीसीआर परीक्षण भी शुरू कर दिए गए हैं। उत्तर मध्य रेलवे ने कोविड-19 महामारी से प्रभावी तरीके से लड़ने के लिए बुनियादी चिकित्सा ढांचे और संसाधनों को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। फेस कवर और सैनिटाइजर उत्पादन से आगे बढ़ते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने लगभग साढे दस हजार कवराॅल तैयार किए हैं। चिकित्सकों, फ्रंट लाइन कर्मचारियों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए प्रशिक्षण सत्र चलाए जा रहे हैं। बचाव के लिए रेलवे कर्मचारियों व उनके परिवार के लोगों की जांच तेज कर दी गई है।