
आज़मगढ़। आज़मगढ़ में ज़मीनी विवाद को लेकर समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक बृजलाल सोनकर पर मारपीट करने के मामले में जनपद के सिधारी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। अब इसको लेकर पूर्व विधायक ने अपनी सफाई दी है।
नगर के नरौली स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता कर सपा नेता ने कहा की मीडिया में जो खबरें चल रही है।वह झूठी हैं। वास्तविकता यह है कि मौके पर किसी प्रकार की मारपीट नहीं की गई अगर मारपीट होती तो कोई चोटिल होता और स्थानीय पुलिस द्वारा मुआयना करवाकर केस किया जाता । उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि विवादित भूमि बैनामकर्ता लालजी सोनकर निवासी नरौली के परिवार को 30 वर्ष पूर्व से कब्जा होने के कारण 1997 में मुंसाफ शहर न्यायालय द्वारा आबादी घोषित करते हुए चौहद्दी दिखाई गई थी। सन 2010 में मैंने बैनामा लिया तब से आज तक जमीन मेरे कब्जे में रही मैंने 2017 में निर्माण शुरू किया और आज भी मौके पर मेरे 8 कलम सरिया खड़ी है। उस समय विपक्षी रामाश्रय राय के परिवार के लोग अविनाश राय आदि लोग अपने 50 साथियों के साथ मौके पर आए और काम को बंद करवा दिया अपना कब्जा बरकरार रखते हुए विवाद से बचने के लिए शांतिपूर्वक काम बंद कर दिया और सिविल जज आजमगढ़ के न्यायालय में उनके परिवार के विरुद्ध वाद दाखिल किया जो अभी भी न्यायालय में चल रहा है जिसकी अगली तारीख 30 अप्रैल को नियत है। पूर्व विधायक ने कहा कि मैं सही हूं इसके बावजूद राजनीतिक विरोधियों ने षड्यंत्र रच कर मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है जो फैसला आएगा वह मान्य होगा।
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