
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया लाइट हाउस प्रोजेक्ट का उद्घाटन
पीएम नरेंद्र मोदी ने साल 2022 तक देश के सभी बेघर परिवारों को पक्का आवास मुहैया कराने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अहम योजना बनाई है। इस दिशा में प्रधानमंत्री ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लाइट हाउस प्रोजेक्ट का उदघाटन किया।
पीएम मोदी का ये कार्यक्रम शहरी भारत में लोगों को घर मुहैया कराने में अहम साबित होगा। इस प्रोजेक्ट के तहत केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड और तमिलनाडु में गरीब लोगों को सरकार सस्ते, भूकंप रोधी और मजबूत घर मुहैया कराएगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा आज मध्यम वर्ग के लिए घर बनाने के लिए देश को नई टेक्निक मिल रही है. ये 6 लाइट हाउस प्रोजेक्ट देश को आवास निर्माण की दिशा में राह दिखाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये को ऑपरेटिव फेडरलिज्म की मिसाल है। पीएम मोदी ने कहा कि ये लाइट हाउस प्रोजेक्ट मॉडल टेक्निक से बनेंगे. ये ज्यादा मजबूत होंगे और गरीबों को सुविधाजनक और आरामदायक घर मिल सकेगा।
https://www.youtube.com/watch?v=qUli_m5Eiik
अटल पूर्वांचल उद्योग विकास परिषद द्वारा होगा 3 हज़ार करोड़ का निवेश
रोज बनेंगे ढाई से तीन मकान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत देश के 6 शहरों में 365 दिनों में 1 हजार घर बनेंगे. उन्होंने कहा कि रोजाना ढाई से तीन मकान बनेंगे. उन्होंने इंजीनियर, विद्यार्थियों और प्रोफेसरों से अपील की कि वे इन साइटों पर जाएं और इन प्रोजेक्ट का अध्ययन करें.
पीएम ने कहा, पैसे देने पर भी नहीं मिलता था घर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले तक घर खरीदने वालों की बुरी हालत हुआ करती थी। घर के सपने को साकार करना मुश्किल काम था। पैसा दे देने पर भी मकान नहीं मिलता था। मकान खरीदने वाला पैसा चुका देता था और घर मिलने का इंतजार करता रहता था। लेकिन हमारी सरकार ने इस रवैये को बदल दिया है।
मकान की चाभी दिमाग के दरवाजे खोल देती है
प्रधानमंत्री ने कहा कि घर की चाभी मिलना सिर्फ दरवाजा या दीवार का मालिकाना हक मिलना नहीं होता है. ये चाभी लोगों के विकास और उनकी प्रगति का द्वार खोल देती है. मोदी ने कहा कि ये घर की चाभी दिमाग के दरवाजे खोल देती है।
प्रवासी मजदूरों के लिए बनाया गया घर
प्रधानमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान लोगों ने प्रवासी मजदूरों की दुश्वारियां देखी, शहरों में कई बार उन्हें उचित सम्मान नहीं मिलता था, लेकिन जब ये श्रमिक अपने गांव चले गए तो इनके महत्व का पता चला। उन्होंने कहा कि सरकार अब इन मजबूरों के लिए वहीं पर घर बनाने जा रही है जहां पर ये काम करते थे.
जानिये क्या है लाइट हाउस प्रोजेक्ट
बता दें कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत लोगों को स्थानीय जलवायु और इकोलॉजी का ध्यान रखते हुए टिकाऊ आवास प्रदान किए जाते हैं।