
एलडीए जोन 5 के सहायक अभियंता एस एन प्रसाद का कारनामा
एलडीए जोन 5 में सील भूखंड में जारी है अवैध निर्माण
लखनऊ विकास प्राधिकरण ज़ोन 5 के सहायक अभियंता एसएन प्रसाद के संरक्षण में सील भूखंड में अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी है, जोन 5 के खुर्रम नगर चौराहे पर पर अवैध रूप से निर्माण किए जा रहे श्रीनेत्र पांडे और शीला पांडे के भूखंड संख्या 7 और 8 साकेत विहार खुर्रम नगर को लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा पुलिस बल की उपस्थिति में 3 अगस्त 2020 को सील किया गया था, सीलिंग के बावजूद बिल्डर द्वारा खुलेआम अवैध निर्माण किया जा रहा है, और प्राधिकरण के ज़िम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
3 अगस्त 2020 को एलडीए द्वारा किया गया था सील
5000 स्क्वायर फीट में निर्माणाधीन इस भूखंड को प्राधिकरण ने सील करने के बाद इंदिरा नगर पुलिस की अभिरक्षा में सौंप दिया था लेकिन पुलिस और एलडीए के सहायक अभियंता एसएन प्रसाद की मिलीभगत से सीलिंग के बावजूद भूखंड पर अवैध निर्माण लगातार किया जा रहा है
31 जुलाई 2020 को जारी किया गया था सीलिंग का आदेश
लखनऊ विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता ने बेसमेंट के निर्माण के लिए बनाए जा रहे 25 आरसीसी कॉलम के निर्माण किए जाने पर उत्तर प्रदेश नगर योजना एवं विकास अधिनियम 1973 की धारा 27 -1, 28 – 1 के तहत कार्रवाई की थी, जिसका वाद संख्या 598/ 2019 है, तथा उक्त अधिनियम की धारा 28 – 2 के अंतर्गत अवैध निर्माण रोके जाने के लिए पुलिस अधीक्षक ट्रांस गोमती लखनऊ, थाना अध्यक्ष इंदिरा नगर लखनऊ को अवर अभियंता द्वारा पत्र भी प्रेषित किया गया था, उक्त कार्रवाई के बाद भी बिल्डर द्वारा निर्माण कार्य बंद नहीं कराया गया, जिसके बाद विहित प्राधिकारी द्वारा उक्त भूखंड को सील करने का आदेश 31 जुलाई 2020 को जारी किया गया था, और अवैध निर्माण को 3 अगस्त 2020 को सील कर दिया गया था, लेकिन आप देख सकते हैं कि सीलिंग के बावजूद किस तरह से अवैध निर्माण खुलेआम किया जा रहा है.
खुर्रमनगर, रिंग रोड, महानगर में ए.ई. एस.एन. प्रसाद के संरक्षण में जारी हैं अवैध निर्माण
चूंकि क्षेत्रीय अवर अभियंता बृजेन्द्र सिंह स्वास्थ्य खराब होने के चलते अवकाश पर है और सहायक अभियंता एस एन प्रसाद के पास ही चार्ज है, लिहाजा अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करने की ज़िम्मेदारी भी सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता की बनती है, लेकिन भ्रष्ट सहायक अभियंता खुलेआम जारी इस अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय अवैध निर्माण को संरक्षण देने में लगा लगे हुए हैं, लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष शिवकांत द्विवेदी को भी इस प्रकरण की पूरी जानकारी है, सील भूखंड में अवैध निर्माण चल रहा है यह जानते हुए भी उपाध्यक्ष शिवाकांत द्विवेदी द्वारा कोई कार्रवाई न करना इस बात की ओर इशारा करता है कि कहीं का कहीं सहायक अभियंता और अवैध निर्माण करने वाले बिल्डर को एलडीए उपाध्यक्ष का संरक्षण प्राप्त है।