
लखनऊ विकास प्राधिकरण के जोन 5 महानगर के खुर्रम नगर में जिया उल हक़ पार्क के पास प्राधिकरण के अभियंताओं की मिली भगत से बिल्डर द्वारा अवैध अपार्टमेंट का निर्माण कराया, जिससे आसपास के लोगों का जीना दुश्वार है, साथ ही आवासीय क्षेत्र में अपार्टमेंट का निर्माण करा कर प्राधिकरण के नियमों का भी उल्लंघन किया जा रहा है.
स्थानीय निवासी अपना नाम न लिखने की शर्त पर बताते हैं कि यह निर्माण खुर्रम नगर के तथाकथित व्यापर मंडल के नेता करा रहे हैं, जो अपनी दबंगई के पहले भी कई अवैध अपार्टमेंट का निर्माण इस इलाके में करा चुके हैं, दबंग बिल्डर के खौफ के चलते कोई भी इन अवैध अपार्टमेंटों के खिलाफ कुछ भी कहने से डरता है, अवैध निर्माण के इस इस काले कानून में बिल्डर का साथ लखनऊ विकास प्राधिकरण के अभियंता देते हैं, कई बार खुर्रम नगर में जारी अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शिकायत दर्ज कराई गई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला, बल्कि अवैध निर्माण और तेज़ हो गए, यहाँ तक की शिकायत करने वालों के नाम और पते तक प्राधिकरण के अभियंताओं ने दबंग बिल्डर दो दे दिए।
हाईकोर्ट का आदेश हो या प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का निर्देश खुर्रम नगर में इन सब का कोई असर नहीं होता है, यहाँ सिर्फ और सिर्फ इस दबंग बिल्डर की ही चलती है, सूत्र बताते हैं कि खुर्रम नगर में जितने भी अवैध निर्माण चल रहे हैं उनमे ज़्यादातर में इस दबंग बिल्डर की ‘पत्ती’ होती है, इस इलाके में अवैध निर्माण कराने के लिए इस दबंग बिल्डर को अपना ‘पत्ती’ देनी ही पड़ती है, तब ही इस इलाके में कोई अवैध निर्माण किया जा सकता है, और यह सब होता है प्राधिकरण के अभियंताओं की मिलीभगत से ….
जोन 5 महानगर के अभियंता यहाँ मोटा माल लेकर अवैध निर्माण को संरक्षण देते हैं, सूत्र बताते हैं कि इन अवैध निर्माणों को लेकर जो दलाली होती है वो यही बिल्डर करता है, इसी बिल्डर के माध्यम से महानगर में तैनात अभियंता काली कमाई करते हैं, जोन 5 महानगर में अवैध निर्माण का रेट भी खुर्रम नगर से ही खुलता है, इस समय नए वीसी आने के बाद खुर्रम नगर में अवैध निर्माण का रेट 2 से 4 गुना तक बढ़ा दिया गया है, इस समय 1 अवैध स्लैब प्राधिकरण के अभियंताओं के 2 से 3 लाख का चढ़ावा चढ़ाना पड़ता है, साथ ही अवैध निर्माण को संरक्षण देने के एवज़ में प्रति माह 75 हज़ार से 1 लाख रुपये तक की ‘निछावर’ अलग से देनी पड़ती है।
ऐसा नहीं है कि जोन 5 महानगर में तैनात अभियंता यह रकम अकेले डकार जाते हैं, प्राधिकरण के सूत्र बताते हैं कि इसमें सबकी हिस्सेदारी होती है, सहायक अभियंता से लेकर अधिशासी अभियंता तक इस काली कमाई की गंगा में अपना हाथ धोते हैं, साथ ही कुछ हिस्सा ऊपर भी पहुंचाया जाता है, नए उपाध्यक्ष शिवाकांत द्विवेदी ने विहित प्राधिकारियों को सख्ती से अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, सूत्र बताते हैं कि उपाध्यक्ष के इस आदेश के बाद से ट्रांस गोमती के विहित प्राधिकारी को भी जोन 5 के अभियंताओं ने ‘सेट’ कर लिया है, जिसके चलते महानगर, खुर्रम नगर, मतीनपुरवा, पिकनिक स्पॉट रोड, पंत नगर, लिबर्टी कॉलोनी, अलीगंज, विकास नगर क्षेत्रों में विहित प्राधिकारी का रवैय्या थोड़ा नरम रहता है, विहित प्राधिकारी का डंडा उन्ही अवैध निर्माणों पर चलता है जहाँ से सेटिंग नहीं हो पाती है.