
File Photo
पीएम मोदी ने मनाई जवानों के बीच दिवाली, कहा- आजमाने की कोशिश की तो मिलेगा जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जवानों के बीच दिवाली मनाई। उन्होंने पूरे देशवासियों की ओर से जवानों को दिवाली की शुभकामनाएं भी दी। प्रधानमंत्री ने जैसलमेर बॉर्डर के लोंगेवाला चौकी पर देश के जवानों के साथ दिवाली मनाते हुए कहा कि आप सभी वीरों को मेरी तरफ से 130 करोड़ देशवासियों की तरफ से दीपावली की शुभकामनाएं.
प्रधानमंत्री ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि आप हैं तो देश है. देश के ये त्यौहार हैं. मैं आपके बीच प्रत्येक भारतवासी की शुभकामनाएं लेकर आया हूं. देशवासियों का प्यार लेकर आया हूं. हर वरिष्ठ जन का आशीष लेकर आया हूं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिनके अपने बेटे या बेटी त्यौहार के दिन सरहद पर तैनात हैं वो अभिनंदन के हकदार हैं. मुझे याद है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मैं पहली बार सियाचिन गया था दिवाली मनाने के लिए तो बहुत लोगों को आश्चर्य हुआ था. लेकिन आप भी मेरे भाव जानते है. दिवाली के दिन अपनों के बीच जाऊंगा. दीवाली पर अपनों के बीच ही आया हूं. प्रधानमंत्री ने चीन का नाम लिए बिना कहा कि आज पूरा विश्व विस्तारवादी ताकतों से परेशान है, विस्तारवाद एक तरह से मानसिक विकृति है, 18वीं शताब्दी की सोच है इसके खिलाफ भारत आवाज बन रहा है. आज भारत की रणनीति साफ है, भारत समझने और समझाने की नीति पर विश्वास करता है. लेकिन अगर हमें आजमाने की कोशिश की तो जवाब भी उतना ही प्रचंड मिलेगा.
पीएम ने याद दिलाया लोंगेवाला का शौर्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर देश की किसी पोस्ट का नाम अगर किसी को याद है तो वो लोंगेवाला पोस्ट है. यहां गर्मियों में तापमान 50 डिग्री को छूता है और सर्दियों मे शून्य के नीचे चला जाता है. इस पोस्ट पर आपके साथियों ने शौर्य की ऐसी गाथा लिख दी है जो लोगों को याद है.
जब भी सैन्य कुशलता के इतिहास के बारे में लिखा पढ़ा जाएगा तब बैटल ऑफ लोंगेवाला को याद किया जाएगा. ये वो समय था पाकिस्तान की सेना बांग्लादेश की जनता पर जुल्म कर रही था. इन हरकतों से पाकिस्तान का घृणित चेहरा उजागर हो रहा था. इन सबसे दुनिया का ध्यान हटाने के लिए पाकिस्तान ने हमारे देश की पश्चिमी सीमा पर मोर्चा खोल दिया. उनको लगता था कि ऐसा करके बांग्लादेश के पाप छिपा लेंगे, लेकिन पाकिस्तान को लेने के देने पड़ गए. इस पोस्ट पर पराक्रम की गूंज ने दुश्मन का हौसला पस्त कर दिया. मेजर कुलदीप सिंह चांदपुर की नेतृत्व में दुश्मन को धूल चटा दिया.