
लखनऊ। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चौरी चौरा शताब्दी समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने इस दौरान डाक टिकट भी जारी किया। यह शताब्दी समारोह साल भर चलेगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रही।
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि चौरी चौरा की घटना ने अंग्रेजों को बड़ा संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि चौरी चौरा में जो हुआ वो सिर्फ एक थाने में आग लगाने की घटना नहीं थी, इससे एक बड़ा संदेश अंग्रेजी हुकूमत को गया। पीएम मोदी ने कहा कि इस साल देश की आजादी के 75 साल के वर्ष की भी शुरुआत होगी। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि किसानों के लिए पिछले 7 सालों में बहुत काम किए गए है। साथ ही बजट में किसानों के लिए कई कदम उठाए गए हैं, मंडी में किसानों के फायदे के लिए उसे कहीं भी फसल बेचने की आजादी होगी। सरकार द्वारा लिए गए सभी फैसले किसान के लाभ का आधार बनेंगे। वहीं पीएम मोदी ने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी जमीन पर किसी की बुरी नजर नहीं पड़ेगी।
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बता दें कि इस कांड में 172 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। हालांकि 151 लोग फांसी की सजा से बच गए थे जबकि 19 लोगों को 2 से 11 जुलाई 1923 के दौरान फांसी दे दी गई थी। उन्हीं की याद में एक स्मारक बनाया गया है। सरकार ने चौरी चौरा कांड के शहीदों के स्मारक स्थल और संग्राहलय का पुनरूद्धार कराया है। जिसे देखने के लिए यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं।