
होली में राफेल और कोरोना गन फाउंटेन रंग बरसाएंगे, पबजी गुलाल की खुशबू
प्रयागराज। रंगों का पर्व होली को लेकर लोगों में अभी से उत्साह देखा जा रहा है। लेकिन ये उत्साह कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण कुछ फीखा होता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रयागराज के बाज़ारों में इस बार कोरोना से जुड़े हुए कई रंग मौजूद हैं तो वहीं बाज़ारों में राफेल की भी पिचकारियां दिखाई दे रही हैं। प्रयागराज के बाजार में ऐसे रंग, अबीर और गुलाल उपलब्ध हैं कि एक-दूसरे को छुए बगैर भी रंग खेला जा सकता है। अबीर-गुलाल भी उड़ाकर लगा सकते हैं। राफेल और कोरोना गन फाउंटेन रंग बरसाएंगे, पबजी गुलाल की खुशबू बिखेरेगी। बाजार में तरह-तरह के रंग, अबीर, गुलाल और पिचकारियां बिक रही हैं उनमें सिल्क, लग्जरी, इंपोरियल, गोल्ड गुलाल खास हैं। दुकानदारों की माने तो इन गुलाल में बेहद चिकनाई होने से कोरोना का इफेक्ट नहीं पड़ेगा। आम के फलों, संतरे, अनार के बीजों और हरी पत्तियों के कलर गुलाल भी दुकानों पर बिक रहे हैं। इसमें इन फलों की खुशबू घुली है। कीड़े मारने के लिए फागिंग की तरह केमिकलयुक्त और आतिशबाजी कलर गुलाल, पबजी फाग, कृष्णा फाग, टू इन वन, रैंबो सेगरेट आदि नामों से भी केमिकलयुक्त रंग एवं गुलाल उपलब्ध हैं जो कोरोना काल के लिए ठीक हैं। डिब्बे में पैक इन कलर और गुलाल को माचिस से जलाने पर स्वयं उड़ेंगे। इससे रंग और गुलाल लगाने के लिए किसी को छूने की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी और सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहेगी।
इतना ही नहीं नए जोड़ों के लिए भी कलर बाजार में उपलब्ध है। मक्खन, ट्रिपल एक्स, स्पार्कर और सैंपेन कलर नए जोड़ों के लिए खास है। स्नो, क्रीमी फॉग, कलर परफ्यूम खुशबू बिखेरने के लिए है। इन रंगों और गुलालों की कीमत 300 से 500 रुपये है। राफेल गन करीब 500 रुपये और कोरोना गन की कीमत करीब 100 रुपये है। थोक कारोबारी मो. कादिर का दावा है कि कोरोना इफेक्ट के लिहाज से कलर और गुलाल तैयार किए गए हैं।