
उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ ने दिया धरना, कैसरबाग स्थित लेसा भवन में दिया धरना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ ने कैसरबाग स्थित लेसा भवन में धरना दिया। प्रदर्शन कर रहे कर्मियों ने सरकार के सामने अपनी विभिन्न प्रकार की मांगे रखी।
कर्मचारियों ने अपने प्रदर्शन में मांग की, कि उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन से संविदा के कर्मचारियों को प्रत्येक माह 1 तारीख तक मासिक वेतन का भुगतान। उनके वेतन से काटी गई ईपीएफ की धनराशि की हर छमाही देने, संविदा कर्मियों को ईएसआई योजना में नामित करने, संविदाकर्मियों की सूची प्रत्येक विद्युत उपकेन्द्रों की नोटिस बोर्डों पर लगाने। संविदाकर्मियों से आठ घंटा ड्यूटी लेने, साप्ताहिक अवकाश, ठेकेदार बदलने की दशा में कार्यत संविदाकर्मियों को ही आगे ड्यूटी पर रखने जैसी मांगों को लेकर धरना दिया।
प्रदर्शनकारियों के कहना है कि रेगुलर कर्मचारियों के वित्तीय वर्ष 2018-19 एवं 2019- 20 के बोनस भुगतान करने का आदेश दिया गया था लेकिन संबंधित अधिकारी लापरवाही कर रहे हैं साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी 22 जनवरी को जोन एवं परियोजना पर आंदोलन किया जाएगा।
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वहीं राजधानी में लगभग ढाई साल पहले चारबाग के नाका हिंडोला के दो होटलों में हुए अग्निकांड के बाद हुई एलडीए की कार्रवाई से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संतुष्ट नहीं दिखाई दिये। मुख्यमंत्री योगी ने मामले की पूरी फाइल तलब करते हुए साल 2012 से 2018 के बीच तैनात रहे विहित प्राधिकारी, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और अपर अभियंता का ब्योरा मांगते हुए कार्रवाई के आदेश दिये। मुख्यमंत्री की तरफ से मामले को संज्ञान में लेते ही एलडीए प्रशासन सक्रिय हो गया। एलडीए ने लापरवाह और मामले में दोषी इंजीनियर और अधिकारियों की सूची तैयार करने के साथ-साथ अवैध रूप से बनी नाका हिंडोला की इमारत को ध्वस्त करने की तारीख भी तय कर दी है।