
फाइल फोटो
विकरू कांड : रिपोर्ट के आधार पर इन अफसरों पर हो सकती है कार्रवाई, जानिये किन के नाम हैं शामिल
कानपुर के विकरू गांव में हुए नरसंहार ने पूरे देश में तहलका मचा दिया था। विकास दुबे के साथियों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ ने पूरे देश में सुर्खियां बटोरी थी। इन सभी की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई थी। जो पूरे मामले की जांच कर रही थी। अब एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई के संबंध में इस समय तीन विभागों में मंथन चल रहा है। गृह के अलावा नियुक्ति एवं कार्मिक तथा राजस्व विभाग के स्तर से कुछ आरोपियों पर सीधी कार्रवाई की तैयारी चल रही है तो कुछ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के स्तर से ऐसे 11 प्रशासनिक अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई होनी है जो एडीएम, एसडीएम और मजिस्ट्रेट के रूप में कानपुर नगर जिले में तैनात रहे हैं। इसी तरह तहसीलदार और नायब तहसीलदार स्तर के राजस्व विभाग के 8 अधिकारी भी कार्रवाई की जद में शामिल हैं।
अपर मुख्य सचिव संजय आर. भूसरेड्डी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय SIT की रिपोर्ट को गृह विभाग ने संबंधित विभागों को भेज दिया है। गृह विभाग ने अपने स्तर से कार्रवाई शुरू भी कर दी है। कानपुर नगर के तत्कालीन एसएसपी अनंत देव सस्पेंड कर दिए गए हैं तो तत्कालीन एएसपी देहात प्रद्युम्न सिंह के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। रिपोर्ट में दोषी पाए गए डीएसपी, इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर स्तर के पुलिसकर्मियों से भी स्पष्टीकरण मांगे गए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद नियुक्ति एवं काार्मिक तथा राजस्व विभाग के स्तर से भी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इन अधिकारियों पर हो सकती है कार्रवाई
सूत्रों की माने तो नियुक्ति विभाग के स्तर से कानपुर नगर में एसडीएम पद पर तैनात रहे सेवानिवृत्त आईएएस अनिल कुमार दमेले, तत्कालीन एडीएम वित्त एवं राजस्व उदयवीर सिंह यादव, तत्कालीन एडीएम सिटी विवेक कुमार श्रीवास्तव, तत्कालीन नगर मजिस्ट्रेट रवि प्रकाश श्रीवास्तव, तत्कालीन अतिरिक्त प्रभारी अधिकारी शस्त्र अभिषेक कुमार सिंह, तत्कालीन अपर नगर मजिस्ट्रेट तृतीय राम अभिलाष-प्रथम, तत्कालीन एसडीएम सुखलाल भारती, राम शिरोमणि, अजय कुमार अवस्थी, दयानंद सरस्वती और प्रहलाद सिंह के विरुद्ध कार्रवाई की जा सकती है।
इसी प्रकार राजस्व विभाग के जिले में तहसीलदार और नायब तहसीलदार आदि पदों पर तैनात रहे सुरेश कुमार पांडेय, दुर्गा शंकर गुप्ता, राम लखन कमल, इंद्रपाल उत्तम, राकेश कुमार गुप्ता, फूलचंद आर्य, भानु प्रताप शुक्ला और अतुल हर्ष के विरुद्ध कार्रवाई करने पर विचार किया जा रहा है। इसी तरह राजस्व निरीक्षक और लेखपाल के पदों पर तैनात आठ राजस्वकर्मियों के खिलाफ मंडल और जिले स्तर पर सक्षम अधिकारियों के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में इन प्रशासनिक अधिकारियों और राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को गैंगस्टर विकास दुबे के सहयोगियों को शस्त्र लाइसेंस जारी करने साथ ही उसका नवीनीकरण करने समेत अन्य लाभ पहुंचाने में नियमों की अनदेखी करने के लिए दोषी ठहराया है।