
नाका में जारी अवैध निर्माण का कौन है ज़िम्मेदार ?
एलडीए इंजीनियरों की लचर कार्यशैली से शहर में अवैध निर्माण की बाढ़ आ गई है। फैज़ाबाद रोड हो या फिर नाका थाना क्षेत्र सब जगह धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहे हैं। एलडीए अफसरों के पास हर दिन पांच से सात शिकायतें पहुंचती हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर रस्म अदायगी की जा रही है। इससे अवैध निर्माणकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं।
नाका थाना क्षेत्र में दर्जनों बिल्डिंगों का निर्माण चल रहा है। अधिकांश का नक्शा पास नहीं है। जिनका नक्शा पास है। वे उसके विपरीत निर्माण कर रहे हैं। हाल यह है कि चारबाग़, राजेंद्र नगर, मोती नगर, ब्लंट स्क्वायर सहित पूरे नाका थाना क्षेत्र में कई दर्जन अवैध निर्माण खुलेआम किये जा रहे हैं, नाका थाना क्षेत्र में तैनात एलडीए अभियंताओं की मिलीभगत से राजेंद्रनगर ऐशबाग पुल से पहले ढाल पर मोती नगर में बिल्डर द्वारा अवैध अपार्टमेंट का खुलेआम निर्माण कराया जा रहा है ।
नाका क्षेत्र में नियम विरूद्ध जारी इस अवैध अपार्टमेंट की जानकारी लखनऊ विकास प्राधिकरण के ज़िम्मेदारों को भी है, लेकिन किसी को कार्रवाई करने में इंटरेस्ट नहीं है सभी को अवैध निर्माणों से मिलने वाली अवैध कमाई में ज़्यादा ही इंटरेस्ट दिखाई देता है, एक तरफ बिल्डर अवैध निर्माण करा कर लखनऊ को बदसूरत बनाने में लगे हुए हैं, वहीँ दूसरी तरह अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करने की ज़िम्मेदारी जिनके कांधों पर है वो अपने केबिन में बैठ कर मोबाइल पर गेम खेलने में व्यस्त रहते हैं, उन्हें न तो अवैध निर्माण पर कोई कार्रवाई करनी है और न ही अपने काम को ही करना है, सरकार से हर महीने मोटी सैलरी आ ही रही है, साथ ही अवैध निर्माण करने वाले भी से भी हर महीने मोटी रकम वसूली के रूप में मिल जाती है, अपनी गर्दन बचाने के लिए अवैध निर्माण के खिलाफ नोटिस जारी कर दी जाती है, अवैध निर्माण को जारी रहने दिया जाता है